*गॉड विलिंग :*

भय के कारोबार पर *हरिशंकर परसाई* ने छोटी सी कथा लिखी थी शीर्षक है 


*गॉड विलिंग :*


'एक अमेरिकी सैनिक अधिकारी ने कहा है *"भविष्य में अंतरिक्ष में युद्ध होगा"*


बात कुछ इस लहजे में कही गई जैसे स्कूली लड़के कहते हो अगले साल नए मैदान में कबड्डी खेलेंगे । जैसे सामान्य आदमी आशा करता है कि आगामी साल अच्छी फसल होगी,आगे चलकर आमदनी बढ़ेगी भविष्य में घर सुखी होगा। वैसे ही दुनिया के कुछ लोग युद्ध की आस लगाए बैठे हैं बड़े गर्व से बड़ी प्रसन्नता से अमेरिकी सेनापति कहते हैं 'भविष्य में तो अंतरिक्ष में युद्ध होगा ' इन्हें जहां सुभीता मिलेगा वही युद्ध करेंगे जल थल आकाश के बाद अब सुदूर अंतरिक्ष में गति हो गई है तो वहां भी लड़ेंगे । दक्षिणी ध्रुव में पहुंचना असंभव हुआ जा रहा है वहां क्या करेंगे वहां भी लड़ेंगे गॉड विलिंग


अनिष्ट पर जिनकी उन्नति निर्भर है, वे अनिष्ट को सामान्य बात मानकर चलते हैं। टायफायड जब फैलने लगा यो एक डॉक्टर में दूसरे डॉक्टर से पूछा *"कितनी फीसदी मौत हो रही है ?"*


"तीस फीसदी" वह बोला।
*"अभी तो कम है कम से कम 50 फीसदी हो तब .... तब भय फैल सकता है और आमदनी काफी हो सकती है ।"*
दूसरे डॉक्टर ने बड़ी सजींदगी से कहा, *" हाँ, गॉड विलिंग, पचास तक जल्दी ही पहुंच जाएगा ।"*